बतौर सीएम रहते हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की सालोंभर चर्चा, चुनाव 2024 में विपक्ष हुआ खामोश
डेस्क रांची।
झारखण्ड में मुख्यमंत्री रहते हेमंत सोरेन की ईडी की गिरफ्तारी और रिहाई इस वर्ष देश व्यापी चर्चा में रही। लेकिन विधानसभा चुनाव 2024 में गंठबंधन में शानदार जीत से विपक्ष के मूंह में ताला लग गई। जानें साल 2024 में झारखण्ड की खास घटनाएं…..
हालांकि झारखंड में हुई टेंडर घोटाले मामले में हेमन्त सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता सह तत्कालीन ग्रामीण विकास मंत्री मंत्री आलमगीर आलम की गिरफ्तारी भी चर्चा का विषय बना रहा।
पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने उनके पीएस संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर आलम के फ्लैट से लगभग 35 करोड़ रुपये बरामदगी मामले में ईडी ने 15 मई को पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था। तब से वह जेल में है।
डेवलपमेंट के मामले में झारखंड की खूबसूरती पर दिल्ली मुंबई महानगरों की तर्ज पर बनी कोटाटोली फ्लाई ओवर ने चार चांद लगाया। जेपीएससी नियुक्ति मामले में आंदोलनरत छात्र नेता देवेंद्रनाथ महतो की पिटाई की वायरल वीडियो और तस्वीर चर्चा का विषय बना रहा। साल 2024 में ऐसे कई उदाहरण है जिसकी चर्चा घटना के साथ होती रही।
साल 2024 में क्या घटनाएं रही खास
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़गाई अंचल में 8.5 एकड़ जमीन घोटाले से जुड़े मनी लाउड्रिंग मामले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद लगभग पांच माह बाद 28 जून को मुख्यमंत्री को हाईकोर्ट ने जमानत दे दी। हाईकोर्ट ने हेमंत सोरेन को यह कहते हुए जमानत दे दी कि उनके खिलाफ पुख्ता साक्ष्य नहीं है।
कांटाटोली फ्लाइओवर आठ साल की जद्दोजहद के बाद कोकर के शांतिनगर से योगदा संत्संग आश्रम तक रांची का पहला कांटाटोली फ्लाइओवर बना। इसके निर्माण में 224.94 करोड़ रुपये खर्च हुए। इससे लोगों को जाम से निजात मिला।
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) के 2025 पदों पर नियुक्ति के लिए एक दशक से प्रोसेस चल रहा है। इस साल 28 जनवरी को परीक्षा हुई। पेपर लीक के बाद परीक्षा रद्द करनी पड़ी। अभ्यर्थियों के उग्र प्रदर्शन के बाद जेएसएससी के चेयरमैन नीरज सिन्हा को इस्तीफा देना पड़ा।
दूसरी बार सीजीएल के पदों पर नियुक्ति के लिए 21 और 22 सितंबर को परीक्षा हुई। इस बार अभ्यर्थी पेपर लीक समेत गड़बड़ियों को लेकर आंदोलन चला रहे हैं। विरोध के बीच सीजीएल परीक्षा की मेरिट लिस्ट जारी कर दी। पेपर लीक सहित अन्य गड़बड़ियों को लेकर झारखंड हाईकोर्ट ने सीजीएल परीक्षा के फाइनल रिजल्ट पर रोक लगा दी है। गत 16 दिसंबर को परीक्षा का विरोध कर रहे जेएलकेएम छात्र नेता देवेंद्रनाथ महतो पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था और हिरासत में ले लिया था।
इन आरोपितों को इस वर्ष मिली जमानत :
– साल 2024 में झारखंड हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग के केस में जेल में बंद कई आरोपितों को जमानत की सुविधा प्रदान की है। ये भी इस वर्ष काफी चर्चा में रहा।
–साहेबगंज जिले में अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के केस में प्रमुख अभियुक्त पंकज मिश्रा के लिए भी यह वर्ष अच्छा रहा। करीब 30 महीने से ज्यादा समय से जेल में बंद रहने के बाद इस वर्ष 21 अक्टूबर को हाईकोर्ट ने पंकज मिश्रा को जमानत दे दी है,जिसके बाद वह फिलहाल जमानत पर हैं।
–अवैध खनन और भूमि घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपित और झारखंड में पावर ब्रोकर के नाम से मशहूर प्रेम प्रकाश को भी इसी वर्ष सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी है, जिसके बाद वह जमानत पर है। प्रेम प्रकाश को लगभग 18 महीने जेल में रहने के बाद जमानत मिली।
–मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने राज्य में पहली गिरफ्तारी सीनियर आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल की हुई थी। उन्हें एजेंसी ने मई 2022 में गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से वह जेल की सलाखों में कैद थी। लेकिन बीएनएस कानून के तहत उन्हें इसी महीने सात दिसंबर को जेल से रिहा किया गया। करीब 28 महीने जेल में रहने के बाद पूजा सिंघल जेल से बाहर आ पायी।
–झारखंड हाईकोर्ट से शराब घोटाला के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग करने के प्रमुख आरोपित योगेंद्र तिवारी को भी इस वर्ष जमानत मिली है। हाईकोर्ट ने योगेंद्र तिवारी को तीन सितम्बर को जमानत दी थी। ईडी ने योगेंद्र तिवारी को पिछले वर्ष अक्टूबर महीने में गिरफ्तार किया था।
Bahut badhiyan news