स्टेट ब्यूरो, रांची।
अंजुमन इस्लामिया रांची का चुनाव वक्त पर कराने और
अंजुमन के कार्यक्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने की मांग को लेकर अंजुमन बचाओ मोर्चा के बैनर तले विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी का ज्ञापन सौंपा। इसकी अगुवाई लेखक सह समाजसेवी रमजान कुरैशी ने की।
विभिन्न संगठनों ने मांग करते हुए कहा कि अंजुमन इस्लामिया रांची के मौजूदा कार्यसमिति का कार्यकाल 30 अगस्त 2025 को पूरा हो रहा है। लेकिन अंजुमन इस्लामिया रांची के बायलॉज के मुताबिक अबतक वर्तमान कार्यसमिति ने इलेक्शन कंनवेनर का चयन नहीं किया है। इससे मालूम होता है की मौजूदा कार्यसमिति समय पर अंजुमन इस्लामिया रांची का चुनाव कराने की मंशा नहीं रखती है। चूंकि अंजुमन इस्लामिया रांची का कार्यक्षेत्र अथवा दायरा काफी बड़ा है और वोटर लिस्ट तैयार करने और मतदान संपन्न कराने में लम्बा समय लगता है। ऐसे में अबतक इलेक्शन कंनवेनर का इंतेखाब नहीं करना अंजुमन इस्लामिया के बायलॉज का उल्लंघनध्खिलाफवर्जी करने जैसा है।
प्रतिनिधमंडल ने आगे मांग करते हुए कहा कि अंजुमन इस्लामिया रांची का कार्यक्षेत्र अथवा दायरा को वक्फ बोर्ड के माध्यम से बायलॉज के मुताबिक बढ़ाया जाय। मालूम हो कि समय के साथ पिछले 35-40 वर्षों में रांची के शहरी और ग्रामीण इलाकों में भौगोलिक बदलाव के साथ आबादी में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है। इसलिए वक्त के साथ देही इलाकों को भी दायरा में जोड़ा जाए।
गौरतलब है की रांची और डोरंडा म्युनिसिपल क्षेत्र का दायरा बढ़कर कुल 53 वार्ड हो गये हैैं। अंजुमन इस्लामिया रांची के बायलॉज के तहत भी रांची के धुर्वा, हटिया, कांके, बरियातु और नयासराय और इसके आसपास के इलाकांे के गांवों को अंजुमन के दायरा में लाने का साफ प्रावधान है। इसी के मददेनजर चुनाव से पूर्व रांची जिला के ग्रामीण इलाकों को भी नुमाइंदगी प्रदान करते हुए उन्हें वाटिंग का अधिकार दिया जाए। चूंकि अंजुमन इस्लामिया रांची के कायम करने का मकसद ही वंचित और पासमांदा को मुख्यधारा से जोड़ना है।
मालूम हो कि अंजुमन इस्लामिया रांची के बायलॉज में दायरा को लेकर साफ तौर पर लिखा है की रांची जिला के किसी भी जगह की अंजुमन, वहां की मुस्लिम आबादी की राय से इसमें शामिल हो सकती हैं। वर्तमान समय में नयाासराय, धुर्वा, हटिया, कांके और बरियातु के आसपास के इलाके की बात करें तो इसका दायरा काफी बढ़ जाता है। धुर्वा इलाके में हज्जाम से लेकर डुंडीगढ़ा और सिलादोन के गांव आते हैं। जबकि नयासराय के सपारोम से लेकर नगड़ी के गांव दायरे में आयेंगे। इसी तरह कांके के होसिर, होचर, बाढ़ु, चंदवे और उलिहातु, पीरूटोला और बरियातु के आसपास की बात करें तो केदल, बीआईटी, इरबा, ओयना, विकास और ओरमांझी तक के गांव भी दायरे में आते हैं। इसके अलावा रातु, कांठीटांड, सिमरिया आदि भी दायरे में आते हैं। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि वक्फ बोर्ड अंजुमन इस्लामिया रांची के बायलॉज के मुताबिक वक्त पर चुनाव कराये और बायलॉज के मुताबिक दायरे को भी बढ़ाये तकि ग्रामीण इलाको के लोगों को इसमें जरूरी नुमाइंदगी मिल सके। प्रतिनिधिमंडल में हाजी मजहर, रमजान कुरैशी, मास्टर सिद्दीक, शमीम अख्तर, मोख्तार अंसारी, मोहम्मद शकील अंसारी, अधिवक्ता नसर इमाम सहित कई लोग शामिल थे।