MLA SUDIP GURIA REACHED WOMEN FARMERS HOUSE SAID HE UNDERSTANDS THE FARMER’S PAIN

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विधायक सुदीप गुड़िया पहुंचे महिला किसान के घर, कहा समझता हूं किसानों का दर्द

ब्यूरो, खूंटी।

जिला में सब्जी उत्पादन कर प्रेरणा स्रोत बनीं बनई ग्राम निवासी गोसनाईन के घर नए साल के अवसर पर विधायक सुदीप गुड़िया पहुंचकर नए साल का तोहफा दिया। विधायक ने कहा कि वे खुद किसान के बेटे हैं। इसलिए किसानों का दर्द वे भली भांति समझते हैं।

स्थानीय अखबार में प्रकाशित होने के बाद विधायक रनिया प्रखण्ड के बनई गांव निवासी 45 वर्षीय महिला किसान गोसनाईन के मुलाकात की। अविवाहित गोसनाईन एक सशक्त पुरूष की भूमिका अदा करते हुए खेती बारी का काम करती है।

बचपन में ही माँ पिताजी की निधन के बाद अपने नाबालिक तीन बहनों एवं दो भाइयों का खेती किसानी के माध्यम से ही सशक्त और आत्मनिर्भर बनाया। आज हजारों लोगों की प्रेरणादायी बन रही है।

महिला किसान ने ऐसे पाई सफलता :

गोसनाइन के पास पहले पटवन करने के लिए एक कुआं था। बाद में महिला समूह से खेती के लिए ऋण लेकर व्यापक फसलों को लगाना शुरू किया। पटवन की समस्याएं दूर करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से डीप बोरिंग कर अब लाखों की कमाई कर रही है। गोसनाइन अपने खेतों में सलाना मौसमी खेती करती है। फिलहादल उसके खेतों में गोभी, मटर आदि लगे हैं। गोसनाइन की खास बात यह है कि वह खुद फसल उगाती है। और बाजारों में बेचती भी करती है।

बहरहाल तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया ने जैसे ही नये साल के दूसरे दिन महिला किसान के घर पहुंचे उसके गोसनाइन के चेहरे पर खुशी की लहर देखते बन रही थी।

महिला किसान गोसनाईन ने खुशी खुशी विधायक को खेती बारी पर ले गई। और उपजाई विभिन्न फसलों को दिखाई।

विधायक ने महिला किसान से कहा कि खेती बारी करने में गोसनाइन को हर संभव विभागीय और व्यक्तिगत मदद करेंगे।

महिला किसान का हौसला औपजाई करते हुए विधायक ने कहा कि जब लोग खेती बारी से दूर होकर रोजगार ढूंढने बाहर जाने की मंशा रखते हैं। वैसे लोगों को अबला गोसनाइन से सीख लेने की जरूरत है। उन्होंने महिला किसान गोसनाईन द्वारा लगाए गए फसलों को देखकर खेती किसानी कार्य से काफी प्रभावित हुए।

विद्यायक सुदीप गुड़िया ने गांव के अन्य किसानों के साथ मिलकर खेती को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि खेती के लिए समुचित सिंचाई व्यवस्था कराने, समय समय पर उन्नत किस्म के निशुल्क बीज एवं खाद उपलब्ध कराने, विभागीय प्रशिक्षण के माध्यम से मिश्रित खेती की जानकारी मुहैया कराना, सब्जी बिक्री के लिए बाजार की व्यवस्था किए जाने समेत खेती बारी करने संबंधित अन्य समुचित कार्य कराने का भरोसा दिया।

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