ब्यूरो, हजारीबाग।
महाशिवरात्रि के अवसर पर निकली शिव बारात पर झारखंड में हुई हिंसा और पथराव को लेकर केंद्रीय मंत्री संजय सेठ और भाजपा सांसद दीपक प्रकाश ने बांग्लादेशी घुसपैठियों और राज्य सरकार की तुष्टीकरण नीति को जिम्मेदार ठहराया है।
जानकारी के अनुसार घटना झारखंड के हजारीबाग जिले अंतर्गत इचाक प्रखंड के डुमरौन गांव की है। जहां दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प के बाद दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी हुई।
एक पक्ष महाशिवरात्रि पर भगवा झंडा लगाने से रोकने को लेकर आगे बढ़ रहा था। तभी कुछ शरारती असमाजिक तत्वों द्वारा हिंसा की घटना को अंजाम दिया गया है।
केंद्रीय मंत्री और रांची से भाजपा सांसद संजय सेठ ने कहा इसके पीछे राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठिये हैं। जो यहां का जनसंख्या संतुलन और कानून व्यवस्था को बिगाड़ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार से इन घुसपैठियों को चिह्नित तक भारत से बाहर भेजने की मांग भी की।
सरकार को ऐसे लोगों पर कड़ाई से ऐक्शन लेना चाहिए। क्योंकि कभी सरस्वती पूजा हो तनाव हो जाता है, तो कभी रामनवमी में। होली आती है तो होली में भी और अब महाशिवरात्रि में तनाव हो गया।
उन्होंने कहा कि ‘आज तो पार्वती-शिव की बारात है, महाशिवरात्रि है, कौन लोग हैं जो हमेशा शांति, अमन, चैन को छीनना चाहते हैं। पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक परिवार के रूप में है। पूरे देश में कहीं तनाव नहीं होता है, लेकिन झारखंड में हो जाता है क्यों, क्योंकि बांग्लादेशी घुसपैठिये जो लगातार यहां की डेमोग्राफी और यहां की कानून-व्यवस्था को बर्बाद कर रहे हैं। सेठ ने कहा कि जहां-जहां भाजपा-एनडीए की सरकार है, चाहे वह दिल्ली हो, असम हो, मध्य प्रदेश हो, महाराष्ट्र हो, उत्तर प्रदेश हो, बांग्लादेशी घुसपैठियों को चिह्नित कर उन्हें बाहर किया जा रहा है। माननीय मुख्यमंत्री झारखंड से मेरा निवेदन है, कि यहां कानून-व्यवस्था को मजबूत रखने के लिए, दंगा-फसाद से बचने के लिए ऐसे किसी भी तनाव से बचने के लिए जरूरी इसलिए है कि ऐसे बांग्लादेशी घुसपैठिए जो आकर हमारा हक मार रहे हैं, कानून व्यवस्था में खलल डाल रहे हैं, उनको चिह्नित कर भारत से बाहर भेजा जाए। यही मेरा आग्रह है।’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यही लोग कानून व्यवस्था बिगड़ने का प्रमुख कारण है।
उधर हजारीबाग में हुई इस हिंसा की घटना को लेकर भाजपा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा, ‘यह एक दुखद घटना है, कुछ लोग घायल हुए हैं, लेकिन वह ठीक हैं। सांप्रदायिक सद्भावना बनी रहनी चाहिए, लेकिन तुष्टीकरण की राजनीति इस राज्य को बर्बाद कर देगी। हजारीबाग में लंबे समय से ऐसी घटनाएं होती रही हैं और वहां पर ऐसी कई राष्ट्री विरोधी शक्तियां सक्रिय हैं, वहां पर ऐसी ताकतों को पनाह दी गई है इसलिए वहां कई बार मुठभेड़ भी हुई हैं। सरकार को इसपर ध्यान देने की आवश्यकता है।
घटना को लेकर कहा जा रहा है कि हजारीबाग में महाशिवरात्रि के अवसर पर हुई हिंसा और पथराव एक गंभीर मुद्दा है, जिसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।
मुख्य बिंदु:
- हिंसा की वजह: भगवा झंडा लगाने को लेकर असामाजिक तत्वों ने हिंसा और पथराव किया।
- भाजपा नेताओं का आरोप: संजय सेठ के अनुसार, राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठिए कानून-व्यवस्था और जनसंख्या संतुलन बिगाड़ रहे हैं।
- सरकार से मांग: संजय सेठ और दीपक प्रकाश ने झारखंड सरकार से घुसपैठियों को चिह्नित कर उन्हें देश से बाहर भेजने की मांग की है।
- राजनीतिक प्रतिक्रिया: भाजपा का आरोप है कि तुष्टीकरण की राजनीति के कारण झारखंड में बार-बार इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
- स्थानीय सुरक्षा: हजारीबाग में पहले भी ऐसी घटनाएं होती रही हैं, जिसे लेकर प्रशासन पर कड़े कदम उठाने का दबाव बढ़ रहा है।